Description
1 से 2 tablespoon नीम के तेल को 4-5 लीटर पानी मे (पानी गुनगुना हो तो बेहतर रहेगा) मिलाकर पौधों पर स्प्रे करें । अगर पानी मे पहले 1 चम्मच शैम्पू मिला ले तो ज्यादा असर करेगा ।
नीम तेल नीम के पेड़ से बनने वाले कई उत्पादों मे से एक है , तेल को इसके बीजों और पत्तियों से निकाला जाता है । नीम तेल मे पाया जाने वाला एक तेज़ केमिकल azadirachtin कीटों के लिए बहत घटक होता है ।
नीम तेल को हमारे रोज़मर्रा के कई सामानों मे प्रयुक्त किया जाता है , इनमे प्रमुख हैं –
टूथ पेस्ट
कोस्मेटिक
साबुन
शैम्पू
आयुर्वेद ने हजारों सालों पहले ही इसके चमत्कारिक लाभ से हमे परिचित करवाया , नीम के निम्न गुणों के कारण हम हजारों सालों से इसे इस्तेमाल करते आ रहे हैं –
इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है
खून को साफ करता है
लीवर को सही रखता है
पाचन सही रखता है
श्व्शन तंत्र को मजबूत करता है
दांतों के लिए रामबाण है
इसके अतिरिक्त बागवानी मे बहुत बड़े पैमाने पर नीम तेल का उपयोग किया जाता है , इसको best natural pesticide माना जाता है । आइये जानते हैं गार्डेनिंग मे इससे क्या क्या फायदे होते हैं –
1॰ ऑर्गैनिक
नीम तेल भारत मे बड़े पैमाने पर पाये जाने वाले पेड़ नीम से निकालने वाला byproduct है , इसलिए यह पूरी तरह से प्राकृतिक और ऑर्गैनिक है । इसको पेड़ पौधों पर प्रयोग को सबसे सेफ माना जाता है ।
तेल निकालने के लिए नीम के पेड़ों को बड़े पैमाने पर लगाया जाता है यह पेड़ के फल से बनाया जाता है । बीजों को कलेक्ट करके process किया जाता है फिर गाढ़ा तेल डब्बों मे पैक करके भारत समेत विदेशों मे पहुंचाया जाता है ।
2॰ मधुमक्खी , तितली आदि को नहीं मारते
नीम तेल सिर्फ पौधों के लिए हानिकारक insects को ही भगाता है या मारता है ।
यह पौधों के लिए फायदेमंद कीटों व परागण मे सहायक तितलियों , मधुमाखियों , भँवरों आदि पर कोई बुरा असर नहीं डालता है ।
3॰ पालतू जानवरों के लिए सुरक्षित
सिंथेटिक पेस्टिसाइड का इस्तेमाल करने से उसके कण या कुछ पार्ट इधर उधर गिर जाते हैं जो पालतू जानवरों पशु पक्षियों के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं । यह भी एक प्रमुख कारण है जिससे नीम तेल का प्रयोग दिनों दिन बढ़ता जा रहा है ।
कई लोगों के घर या बाग बगीचा मे तितलियाँ या अन्य पक्षी जैसे गौरैया आदि नहीं आते इसका भी एक प्रमुख कारण केमिकल का यूज़ करना है ।
नीम तेल हर तरह के जानवर , पशु , पक्षी , लाभदायक कीट पतंगों , मछलियों आदि सभी के लिए सेफ है इसका इस्तेमाल आप बिना किसी चिंता के कर सकते हैं ।
4॰ हर तरह के कीटों से पौधे को बचाता है
अलग अलग तरीके के 200 से ऊपर insects और pest पर यह कारगर साबित होता है , जिनमे से कुछ के नाम यहा दिये हैं जिन से यह आपके गार्डेन को छुटकारा दिला सकता है –
Aphids
Mites
Scale
Leaf hoppers
White flies
Caterpillars
Mites
Mealybugs
Thrips
5॰ केंचुओं को नुकसान नही पहुंचाता है
जहां अन्य केमिकल pesticides जमीन मे मिलने वाले केंचुओं को नुकसान पहुंचा देते हैं वहीं नीम तेल केंचुओं को नुकसान नहीं पहुँचते बल्कि उन्हें बढ्ने मे मदद करते हैं ।
जैसा कि हम जानते हैं केंचुआ मिट्टी की गुणवत्ता को बढ़ाता है । वो मिट्टी मे ऊपर से नीचे इधर से उधर आते जाते रहते हैं जिससे मिट्टी मे tunnel जैसी संरचना बनती रहती है जिससे होकर ऑक्सीज़न और बारिश का पानी पौधों की जड़ों तक बहुत आसानी से पहुँच जाता है ।
इसके साथ पौधों के लिए आवश्यक पोषक तत्व भी केंचुओं के द्वारा बना कर दिया जाता है , जब ये मर जाते हैं तो उनके मृत शरीर खाद मे बादल जाता है ।
इस प्रकार केंचुआ हर तरीके से पौधों के लिए बेहद फायदेमंद हैं इसलिए इन्हें बचाने के लिए नीम तेल का उपयोग बहुत जरूरी है ।
6॰ खाद और कीटनाशक का डबल काम
नीम तेल निकालने के बाद जो नीम खली बचती है उसका इस्तेमाल भी बागवानी मे किया जाता है और वह बहुत ही अच्छा खाद माना जाता है ।
नीम केक इस मामले मे unique है कि वह ऑर्गैनिक खाद कि तरह भी काम करता है साथ ही यह बहुत ही कारगर कीट नाशक होता है साथ ही यह पौधों के लिए लाभदायक तितलियों , कीटों आदि को नुकसान नहीं पहुँचते हैं ।
ये मिट्टी मे नाइट्रोजन कि कमी को पूरा करते हैं ।
7॰ इंडोर पौधों के लिए बेस्ट और सेफ
केमिकल पेस्टिसाइड को indoor प्रयोग करते समय हमें हमेशा यह डर बना रहता है कि यह हमारे स्वस्थ पर बुरा असर न डाले , खास कर हमारे बच्चों और पेट्स पर ।
इसी के साथ यह एक तथ्य है कि indoor plants पर aphids आदि का खतरा बना रहता है , जिससे पौधे को बचाने के लिए कीटनाशक का उपयोग जरूरी हो जाता है ।
कीटनाशक यूज़ करने की स्थिति में हमें नीम तेल का प्रयोग करना चाहिए ताकि पौधों के साथ हमारा स्वस्थ्य भी अच्छा बना रहे ।
8॰ नीम तेल कारगर फंगीसाइड होता है
आप पौधों को फंगस से बचाने या मारने के लिए नीम तेल का प्रयोग किया जा सकता है, नीम तेल और नीम केक को आप निम्न फंगल रोगों मे बहुत कारगर साबित होता है –
Black spot
Scab
Rust
Leaf spot
Anthracnose
Tip blight
Powdery Mildew
9॰ यह एक बैक्टीरियसाइड भी है
पौधों मे बैक्टीरिया से होने वाली एक कॉमन बीमारी fire blight के कारण होती है जिसमे पत्तियाँ मुरझाने लगती है मानो वे जल गई हो ।
यह बैक्टीरिया पौधों के तनों , शाखाओं और टहनी पर हमला करते हैं और ज़्यादातर जब पौधे का dormant पीरियड चल रहा होता है तभी ये हमला होता है ।
इसलिए ये जरूरी है कि पौधे के dormant पीरियड मे आप नीम तेल का स्प्रे करें ; आप सर्दियों मे ऐसा कर सकते हैं ।
10॰ मच्छरों को भी भगाता है
नीम तेल का स्प्रे पौधों पर करने से आपके पौधे कीट , पतंगों , वायरस , फंगस आदि से तो बच ही जाते हैं इसके साथ एक और फायदा यह है कि इससे मच्छर भी भागते हैं ।
अक्सर यह देखा जाता है कि मच्छर पेड़ पौधों के आसपास रहते हैं , लेकिन आप नियमित रूप से नीम तेल का प्रयोग अपने गार्डेन मे करते हैं तो आपको मच्छरों से भी छुटकारा मिल जाएगा ।
वैसे नीम तेल को मच्छरों से बचाव के लिए अपने त्वचा पर लगाने कि सलाह नही दी जाती है ।
11॰ इन्सेक्ट नीम तेल के आदि नहीं होते
सालों से देखा गया है कि insects पीढ़ी दर पीढ़ी कीट नाशकों के आदि हो जाते हैं और आपको यह अहसास होता है कि जो केमिकल पहले असरदार होता था अब वो असर नहीं कर रहा है ।
वे अपने immune को अन्य pesticides के विरुद्ध चेंज कर लेते हैं पर नीम के खिलाफ ऐसा नहीं कर पाते हैं । इसलिए आप नीम का प्रयोग सालों तक कर सकते हैं हर बार वह सभी प्रकार के insects पर उतना ही असरदार होगा ।
12॰ यह पानी को प्रदूषित नहीं करता है
Bio-degradable और non-toxic होने के कारण यह ग्राउंड वाटर को प्रदूषित नहीं करता है , न ही नाली या अन्य जरिये से बहकर किसी प्रकार का प्रदूषण फैलाता है ।
आप इसे बिना किसी चिंता या झिझक के इस्तेमाल कर सकते हैं ।
13॰ किचन गार्डेन के लिए भी बेस्ट
किचन गार्डेन मे किसी भी तरह के लगे पौधे पर आप नीम तेल का बिना किसी झिझक के प्रयोग कर सकते हैं ।
पौधे पर उसकी छोटी अवस्था से लेकर हार्वेस्ट करने की अवस्था तक आप नीम तेल का प्रयोग कर सकते हैं , यह उसके स्वाद या गुणवत्ता पर किसी प्रकार का असर नहीं डालता है ।
इसके विपरीत केमिकल का यूज़ करने से फल ,सब्जी, herb आदि पर केमिकल के असर का खतरा बना रहता है जिसे आप बाद मे भोजन मे भी प्रयोग करते हैं ।
वैसे भी हमे अपने किचन गार्डेन मे किसी भी प्रकार के केमिकल का प्रयोग नहीं करना चाहिए चाहे आपको उत्पाद मिले या न मिले ।
हर समस्या का ऑर्गैनिक इलाज़ ही ढूँढना चाहिए ।
14॰ कीटों के किसी भी स्टेज पर मार सकते हैं
नीम तेल कीटों को उनके जीवन काल के किसी भी स्टेज पर मार सक्ने मे सक्षम है चाहे वह एक adult अवस्था मे हो लार्वा या फिर अंडे की स्टेज पर हो । नीम तेल मे पाया जाने वाला azadirachtin कई तरीके से insects से छुटकारा दिलाता है ।
azadirachtin कीटों को पत्तियों को खाने से रोकता है ।
जब insects नीम तेल के संपर्क मे आते हैं तो उनमे harmone बैलेंस असंतुलित हो जाता है जिससे वो अपनी नैक्सट स्टेज मे नहीं जा पाते ।
15॰ यूज़ करने मे आसान और सेफ
इसको गार्डेन मे प्रयोग करबा बहुत ही आसान है । महीने मे 2 बार आप इसका छिदकाव अपने पौधों पर कर सकते हैं , एक बार तो जरूर करिए ।
1 से 2 tablespoon नीम के तेल को 4-5 लीटर पानी मे (पानी गुनगुना हो तो बेहतर रहेगा) मिलाकर पौधों पर स्प्रे करें ।
अगर पानी मे पहले 1 चम्मच शैम्पू मिला ले तो ज्यादा असर करेगा ।
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